मंगलवार, दिसंबर 29, 2009

वोट की कानूनी अनिवार्यता से दूर होगा राजनीति से थ्री-सी फैक्टर

संजय स्वदेश
नागपुर।
भाजपा विजन 2025 नाम से एक कार्ययोजना तैयार करने जा रही है जिसमें पार्टी की भविष्य की रुपरेखा और कार्यों का वर्णन होगा। इस पर कार्य चल रहा है। फरवरी में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद नये पदाधिकारियों की नियुक्ति होगी। फिर नये पदाधिकारियों की सहमति से विजन-2025 की नीति के अनुरूप कार्य किया जाएगा। यह कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी का। वे मंगलवार को धंतोली स्थित तिलक
पत्रकार भवन में मिट द प्रेस कार्यक्रम में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
जनांदोलन की तैयारी
अपने विजन डाक्यूमेन्ट की झलक देते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि जहां एक ओर भाजपा की कोशिश होगी कि मुसलमानों के मन में भाजपा को लेकर जो भय है वह दूर किया जाए वहीं दूसरी ओर देश के निचले तबकों तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी। नितिन गडकरी का कहना है कि भाजपा की कोशिश होगी कि देश के समस्त दलितों में कम से कम 10 प्रतिशत दलित भाजपा के समर्थक हों। सबसे पहले इस नीति पर निकट भविष्य में बिहार में होने वाले चुनाव के दौरान कार्य किया जाएगा। मंहगाई और सुरक्षा को मुद्दा बनाकर भाजपा एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करेगी। स्थानीय स्तर के मुद्दों को उठाने के लिए भी भाजपा कार्यकर्ता आंदोलन का सहारा लेगे। नितिन गडकरी ने संकेत दिया है कि अब पार्टी सड़क पर उतरकर लोगों की समस्याओं को उठायेगी। राष्ट्र की सर्वाधिक उन्नति कैसे हो, इस पर पार्टी प्रोफेशनल तरीके से कार्य करेगी।
राजनीति का थ्री-सी फैक्टर
श्री गडकरी ने कहा कि यदि मतदान को कानूनी रूप से अनिवार्य कर दिया जाए तो राजनीति को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले थ्री-सी फैक्टर (क्राइम, कैश और कास्ट) का प्रभाव काफी कम हो सकता है। गुजरात में मतदान की कानूनी अनिवार्यता के लिए नरेन्द्र मोदी की पहल अच्छी है। यह कानून राष्ट्रीय स्तर पर बननी चाहिए। यह राष्ट्रीय हित में है। भाजपा शासित प्रदेशों में यह कानून बनाया जा सकता है, लेकिन ऐसा करने पर यह कह कर शोर माचाया जाएगा कि यह भाजपा का एजेंडा है। बेहतर होगा कि इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इसकी पहल करे। संसद में इस कानून को रखे तो इसे भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से समर्थन करेगी।
झारखंड में शिबू सोरेन के साथ गठबंधन की सरकार बनाने पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में श्री गडकरी ने कहा कि इसके लिए पार्टी में आम राय लेकर ही निर्णय लिया गया था। कुछ लोग इसके पक्ष में थे, कुछ लोग विपक्ष में बैठने की बात पर राजी थे। लेकिन राजनीति एक युद्ध है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसी स्थिति आती है। इन्हीं स्ििथतियों में हमें जनतहित में बेहतर मार्ग निकालना होगा।
मुस्लिमों को कांग्रेस ने क्या दिया
गडकरी ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि 62 साल के शासन में कांग्रेस ने मुस्लिम समुदाय को क्या दिया। आज मुस्लिम समुदाय के बहुसंख्यक लोग खोमचा लगाकर, ट्रक ड्राइवर, क्लीनर, फेरीवाले के रूप में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। निरक्षरता आज भी है। भाजपा इस समुदाय के उन्नति के लिए पहल करेगी। इन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ेगी। वक्फ बोर्ड की जिन जमीनों ने राजनेताओं ने कब्जा कर लिया है, उसे वापस लेकर, वहां शैक्षणिक संस्थान बनाकर मुस्लिम समुदाय के लिए उन्नति की नई राह खोली जा सकती है।
स्वतंत्र विदर्भ के पक्ष में भाजपा
गडकरी ने एक सवाल के जवाब में कहा केंद्र सरकार तेलंगाना मुद्दे को आग देने का कार्य कर रही है। एनडीए के कार्यकाल में तीन पृथक राज्य- झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ असानी से बन गए थे। उन्होंने कहा कि पार्टी पृथक विदर्भ राज्य के पक्ष में है। इसके लिए पार्टी ने भुवनेश्वर में आयोजित एक बैठक में ही इसके इसे अपने एजेंडे में शामिल कर लिया था। अब केंद्र सरकार इसे संसद में रखे तो इसका भरपूर समर्थन किया जाएगा।

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