गुरुवार, दिसंबर 17, 2009

एडहॉक पर होगी भाजपा अध्यक्ष पद पर गडकरी की नियुक्ति






संघ की चिंतन बैठक में विपक्ष नेता पद के लिए सुषमा स्वराज के नाम पर मुहर, पार्टी के संगठनात्मक ढांचे के चुनाव के बाद नितिन गडकरी का पद होगा पूर्णकालीन
संजय स्वदेश
नागपुर। 19 दिसंबर को भाजपा के पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नितिन गडकरी के नाम की घोषणा होगी। संघ मुख्यालय बैठक में भाजपा के भावी अध्यक्ष नितिन गडकरी की टीम में पदाधिकारियों के नाम करीब-करीब तय हो चुके हैं। हालांकि नाम तय करने से पहले पार्टी के संगठनात्मक ढांचे की तकनीकी समस्या पर भी विचार हुआ। सूत्रों को कहना है कि भाजपा के संविधान के मुताबिक जब तक पार्टी के संगठनात्मक ढांचे के 50 प्रतिशत चुनाव नहीं हो जाते हैं, तब तक अध्यक्ष का चुनाव नहीं किया जा सकता है। इसलिए भाजपा के राष्ट्रीय परिषद की एक बैठक बुलाकर नितिन गडकरी के नाम पार्टी के तदर्थ (एडहॉक) नियुक्ति को मंजूरी दी जाएगी। इसके बाद अगले साल फरवरी तक पार्टी के विभिन्न संगठनों के चुनाव कर गडकरी को पूर्णकालीन अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के राष्ट्रीय परिषद से मुहर लगेगी। वहीं संसद में नेता प्रतिपक्ष पद से हटने के लिए लालकृष्ण आडवाणी के पेशकश के बाद भाजपा के अगले नेता प्रतिपक्ष पद के लिए संघ ने आडवानी के इस्तीफे के बाद सुषमा स्वराज के नाम पर मुहर लगा दी है। संभावना है कि इसकी भी घोषणा 19 दिसंबर को की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि आज शुक्रवार की शाम 5.30 बजे नई दिल्ली में पार्टी संसदीय दल की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें श्री आडवाणी अपने इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं।



नेता प्रतिपक्ष पद के लिए विशेष कर दो नाम थे - मुरली मनोहर जोशी और सुषमा स्वराज्य। संघ सूत्रों का कहना है कि सरसंघचालक मोहन भागवत मुरली मनोहर जोशी को अध्यक्ष बनाये जाने के पक्ष में हैं, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी की पसंद सुषमा स्वराज हंै। इनके पक्ष में आडवाणी के समर्थक नेता पहले से ही लाबिंग कर रहे थे। वहीं डा. मुरली मनोहर जोशी के लिए राजनाथ सिंह पहल कर रहे थे।
भाजपा सूत्रों के अनुसार आडवाणी इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने इसकी सूचना पार्टी के पिछले संसदीय दल की बैठक में दे दिया था कि वे पार्टी की ओर से अब नेता विपक्ष का पद नहीं संभालेंगे। लेकिन जब तक संसद का सत्र चल रहा है तब तक वे नेता विपक्ष के पद पर कायम रहेंगे। संसद का वर्तमान शीतकालीन सत्र सोमवार तक है लेकिन जिस तरह से आखिरी वक्त में महंगाई के मुद्दे पर संसद में गतिरोध बना हुआ है, उसे देखते हुए शुक्रवार को संसद के शीतकालीन सत्र के समापन की घोषणा होने की संभावना है। वैसे भी प्रधानमंत्री कोपेनहेगन के लिए रवाना हो चुके हैं। इसलिए शुक्रवार को संसद के शीतकालीन सत्र को समेट दिया जाएगा। तो शुक्रवार को ही भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक होगी। जिसमें लालकृष्ण आडवाणी नेता प्रतिपक्ष पद से अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं। उसके बाद 19 दिसंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नितिन गडकरी और प्रतिपक्ष नेता के लिए सुषमा स्वराज के नामों की घोषणा होगी। पार्टी में आडवाणी का कद बनाये रखने के लिए उन्हें संसदीय दल के नेता तथा एनडीए का अध्यक्ष पद दिया जाएगा।
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