बुधवार, जनवरी 06, 2010

कांग्रेस के गले की हड्डी बना विदर्भ

मुख्यमंत्री के साथ वीआईए की बैठक में हंगामा
संजय स्वदेश
नागपुर।
विदर्भ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (वीआईए) की ओर से सिविल लाइन्स स्थित वीआईए भवन में आयोजित बैठक विदर्भवादी नेता जामुंतराव धोटे के हंगामे के कारण नहीं हो पाई। कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही जामुंतराव अपने कार्यकर्ताओं के साथ यहां आ गए। जैसे ही मुख्यमंत्री बैठक के लिए आए, जामुंतराव धोटे और कार्यकर्ता पृथक विदर्भ के समर्थन में नारे लगाने लगे।
इसी बीच एक कार्यकर्ता अहमद कादर ने अरोप लगाते हुए कहा कि मुंख्यमंत्री मराठवाडा के हैं और वे विदर्भ के साथ पक्षपात करते हैं। विदर्भ के उद्योगों को वे दूसरे क्षेत्रों में ले जाते हैं। इससे विदर्भ का विकास रूक गया है। अचानक हुए इस तरह के हंगामें से मुख्यमंत्री को दूसरे सुरक्षित कक्ष में ले जाया गया। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे जामुंतराव धोटे की बातें सुने और नहीं तो वे हंगामा करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने धोटे को बुलाकर बातचीत की और कहा कि वे राज्य का समग्र विकास की दिशा में कार्य कर रहे हैं। किसी भी क्षेत्र के प्रति भेदभाव का कार्य नहीं किया जा रहा है। महाराष्ट्र का बंटवारा मेरे बस में नहीं है। इसके लिए वे कांग्रेस आलाकमान से बातचीत करेंगे। तब जाकर हंगामा कहीं शांत हुआ। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जामुंतराव धोटे ने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन से पृथक विदर्भ का आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। मुंख्यमंत्री ने आलाकमान से बातचीत करने का आश्वासन दिया है। लेकिन जब तक पृथक विदर्भ राज्य का दर्जा नहीं मिल जाता, आंदोलन जारी रहेगा।
सुबह से थी हंगामे की चर्चा
बुधवार को सुबह से ही चर्चा थी कि जामुवंतराव धोटे यशवंत स्टेडियन में हो रही कांग्रेस की सभा में कुछ न कुछ हंगाम करेंगे। कई लोगों में इस बात की चर्चा थी कि वे मुख्यमंत्री के उपर चप्पल फेंक सकते हैं या फिर वीआईए में होने वाली बैठक के जा रहे मुख्यमंत्री के काफीले को रोकर काले झंडे दिखाएंगे। लेकिन जामुवंतराव धोटे वीआईए की बैठक के निर्धारित समय से पहले ही वीआईए भवन पहुंच गए। हालांकि स्थिति को वीआईए अधिकारियों ने पहले ही भांप लिया था, लेकिन उन्होंने धोटे और कार्यकर्ताओं को यहां आने से इसलिए नहीं रोका कि कहीं कार्यकर्ता यहां तोडफ़ोड़ न कर दें।
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पृथक विदर्भ पर गरजे मुत्तेमवार
चव्हाण बोले फैसला करेगा आलाकमान
नागपुर।
स्वतंत्र विदर्भ राज्य को उचित बताते हुए तथा विदर्भ का हित और विकास के लिए विदर्भ राज्य का निर्माण आवश्यक बताते हुए आज सांसद विलास मुत्तेमवार ने बुधवार को एक बार फिर दहाड़ लगाई। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के अहिंसा के मंत्र पर कायम रहते हुए हम विदर्भ को स्वतंत्र राज्य बना कर रहेंगे। मुत्तेमवार ने कहा कि वे कांग्रेस आलाकमान तक यह मंाग पहुंचाने में प्रदेश कांग्रेस सहयोग करें। वे नागपुर के यशवंत स्टेडियम में 125 वें स्थापन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर महाराष्ट्र के 50 वर्ष पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का भव्य सत्कार किया गया। इसी प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर भी उनका स्वागत किया गया।
प्रस्तावना रखते हुए नागपुर के पालकमंत्री शिवाजीराव मोघे ने कांग्रेस पक्ष के 125 वें पदार्पण पर प्रदेश वासियों की शुभकामना दीं। उन्होंने प्रदेश के 50 वें वर्ष पर भी लोगों को बधाई दी। इस अवसर पर मोघे ने कांग्रेस पार्टी का जमकर बखान किया तथा पंचायतराज, पेंशनयोजना, रोजगार हमी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव गरीबों एवं पिछड़े वर्ग के साथ न्याय करती रही है।
मोघे के भाषण के दौरान विशाल मैदान में मौजूद जन समूह ने 'पृथक विदर्भ झालय पाहिजेÓ के गगन भेदी नारे बुलंद करना शुरु कर दिया था। इसी बीच सांसद मुत्तेमवार ने इस भारी शोरशराबे के बीच कहा कि विदर्भ की मांग बहुत पुरानी है और पुरानी मांग पर ध्यान देना अतिआवश्यक है। मुत्तेमवार ने कहा कि जब यहा के लोग अपनी ज्वलंत समस्याओं तथा मांगो को लेकर मुंबई पहुंचते है तब मंत्रालय से मंत्रीगण गायब हो जाते हैं। एक हजार किमी की यात्रा कर हमें राजधानी पहुचना पड़ता है। जबकि 400 किमी पर छत्तीस गढ के मुख्यमंत्री दिखाई देते हैं। इसी प्रकार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हमें करीब दिखाई देते हैं लेकिन हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री हम से बहुत दूर दिखाई देते हैं। मुत्तेमवार ने कहा कि माणिकराव ठाकरे पृथक विदर्भ के मुद्दे पर हमारी सहायता करें। बिजली का उत्पादन विदर्भ में होता है और विदर्भ ही इस से वंचित रहता है। किसानों की अत्महत्या का सिलसिला थम नहीं रहा है। विदर्भ में नक्सलवाद और बेरोजगारी में इजाफा हो गया है। 50 वर्षों के भीतर के काल में यदि तुलना की जाए तो विदर्भ सबसे अधिक पिछड़ा हुआ दिखाई देता है।
उन्होंने जनता का पक्ष रखते हुए कहा कि यहां की जनता अपने मुख्यमंत्री को नागपुर स्थित रामगीरी में देखना चाहती है। उन्होंने कहा कि दो राज्य बनने से दो मुख्यमंत्री कांग्रेस को मिलेंगे। इसमें पार्टी का लाभ है।
मुत्तेमवार के भाषण के दौरान कार्यक्रम स्थल के चारों ओर मुत्तेमवार जी आगे बढ़ो हम तुमहारे साथ है के नारे लगाते रहे। तब मुत्तेमवार ने कहा कि शांति बनाए रखो हमारी लड़ाई अहिंसा पर आधारित है। हम कोई जिला या कमेटी नहीं मांग रहे हैं। हमारी मांग पृथक राज्य को लेकर है।
महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मणिकराव ठाकरे ने कहा कि आलाकमान को इस प्रश्न पर चिंता करनी चाहिए। उन्होंने पृथक विदर्भ की मांग के मुद्दे पर कहा कि हमें गंभीरता से इस पर विचार करना चाहिए कि ऐसे हालात आखिर क्यों बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने अपने सत्कार का उत्तर देते हुए कहा कि इस देश का नेतृत्व सोनिया, राहुल तथा मनमोहन सिंह के हाथों में है तथा उन्होंने एक बार फिर राज्य की जिम्मेदारी उन के हाथों में सौंपी है। विदर्भ की मांग पर सफाई से बच निकलते हुए चव्हाण ने कहा कि आलाकमान जो निर्णय लेगा हम उसे स्वीकार करेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि विदर्भ के साथ हमेशा न्याय किया गया है। हाल ही में संपन्न शीतसत्र के दौरान 10 हजार करोड़ के पैकेज का उल्लेख करने में भी चव्हाण चूके नहीं। विदर्भ की मांग पर शोर मचाने वालों को दो टूक शब्दों में कहा कि यह कोई भाजपा शिवसेना की सभा नहीं है। यह कांग्रेस का कार्यक्रम है इसलिए यहां अनुशासन बनाए रखना जरूरी है।

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