गुरुवार, फ़रवरी 25, 2010

रेल बजट भाषण के दौरान एक ट्रेन पटरी से उतरी



संजय स्वदेश
नागपुर.

जिस समय रेलमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा में लोकलुभावनी रेल बजट प्रस्तुत करना शुरू किया। उसके ठीक कुछ दे बाद करीब 12:15 बजे हवाड़ा से कुर्ला जाने वाली ट्रेन नंबर 8030 शालिमार एक्सप्रेस गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के पास नवाटोला रेलवे गेट के नजदीक पटरी से उतर गई। खबर है कि इंजन के तीन पहीये ही पटरी से उतरे। इसलिए कोई यात्री अकाल काल के गाल में नहीं समा पाया। हर चैनल पर रेल बजट ही छाया रहा। खबर कहीं नहीं आई। esh kai train ghanto let huwee. मंडल रेलवे मंडल से प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना की सूचना पाकर रेलवे के वरिष्ठकर्मी घटना स्थल पर पहुंच गए। संयोग अच्छा रहा कि केवल इंजन ही पटरी के तीन पहीये ही पटरी से उतरे, नहीं तो दुर्घटना बड़ी हो जाती। लोग हताहत होते। रेलवे बजट पूरी तरह से इस घटना पर केंद्रीत हो जाता। जो भी हो। रेलवे की अनेक बड़ी दुर्घटनाओं की तुलना में यह घटना छोटी है। पर है गंभीर। रेलमंत्री ने बजट भाषण में ट्रेनों के दौरान महिलाओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बटालियन बनाने की बात कर प्रसंसा तो बटोरी। पर आदि दिन होने वाली ट्रेनेां में लूटपाट को रोकने और सबसे महत्वूपर्ण रेलवे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किसी तरह की कारगर नीति की बात नहीं की। हालांकि यह उल्लेख जरूर किया कि रेलवे में उन्नत तकनीक उपयोग करने के लिए आईआईटी के साथ करार किया गया है।
पहले ही रेल दुर्घटनाओं के मामलों में रेलमंत्री यह कहकर हाथ खड़ी करती दिखी कि दुर्घटनाओं पर अपना नियंत्रण नहीं है। संभवत: यहीं कारण हो कि रेलमंत्री ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किस तरह की कारगर नीति के लिए चिंतन मनन करने की कोशिश नहीं की। लेटलतीफी और अनेक अव्यवस्थाओं की शिकार रेलयात्री अभी भी अपनी सुरक्षा राम भरोसे छोड़ कर चल रहे हैं।
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3 टिप्‍पणियां:

शरद कोकास ने कहा…

बजट तो साल मे एक बार ही प्रस्तुत होता है और दुर्घटना...... उसका इससे क्या सम्बन्ध?

बेनामी ने कहा…

puri budjet me reail accident par charcha nahi huwe.
rail budjet ke dine rail hasa.
kab gambhir hoga rail mantaralay

Udan Tashtari ने कहा…

इसका बजट से क्या लेना देना?