सोमवार, अप्रैल 05, 2010

3 मौतों के बाद ही जागे अधिकारी

(0) बुधवारी में धड़ल्ले से जारी है नकली तेल का कारोबार
राजेश्वर मिश्र
नागपुर। अंंतत: अन्न व औषधि प्रशासन के लापरवाह और कामचोर अधिकारियों की नींद 3 व्यक्तियों की मौत और कई लोगों के बीमार होने के बाद ही खुली और उन्होंने नकली तेल बेचने के आरोप में सुनील किराना स्टोर्स के सुनील लालवानी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
नकली तेल के कारोबार का यह मामला नया नहीं है। इतवारी, बुधवारी, मस्कासाथ इलाके में ऐसे कई शेर बैठे हैं जो धड़ल्ले से नकली तेल का कारोबार कर रहे हैं लेकिन हरे और लाल रंगों के कागज के टुकड़ों से दबे अधिकारियों की आंखें मिलावटी कारोबार करने वालों की करतूतों की ओर हमेशा बंद ही रहती हैं। इस बारे में कई बार खबरें प्रकाशित होने के बावजूद हाथ पर हाथ धरे बैठे अधिकारी अब जाकर जागे हैं जब तीन लोग हमेशा के लिए मौत की नींद में समा चुके हैं। इसके बावजूद यह नहीं लगता कि यह अधिकारी मिलावटखोरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करेंगे ही। इन अधिकारियों व मिलावटखोरों के पास बचने के कई रास्ते हैं। अधिकारी मिलावटी तेल के नमूने लेंगे। उन्हें जांच के लिए पुणे भेजेंगे। रिपोर्ट आने में महीनों लगेंगे। तब तक मिलावटखोर उस रिपोर्ट को बड़ी आसानी से बदल देगा।
बुधवारी में कदम-कदम पर खाद्य तेल में मिलावट होती हुई आसानी से देखी जा सकती है कि कागज के चंद टुकड़ों के कारण दबे यह अधिकारी जानबूझकर धृतराष्ट्र बने हुए हैं ताकि मिलावटखोर और अधिक कारनामे करें तथा गरीब जनता भले ही मर जाए लेकिन अधिकारियों की जेब गर्म होती रहे। तेल की मिलावट के इस बड़े कारोबार में कई बड़ी मछलियां फंसी हुई हैं जो गरीबों का खून चूसकर खुद के अलावा भ्रष्ट अधिकारियों का घर भर रही हैं। गरीब तड़प-तड़प कर मर रहा है लेकिन इसकी पर्वाह किसी को नहीं है। हादसे के बाद ही जागने की भारतीय अधिकारियों की परंपरा में एक और अध्याय जुड़ गया है लेकिन जिस परिवार ने अपने 3 लाड़लों को खोया है, उन पर क्या बीत रही होगी यह कोई नहीं जानता।

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