रविवार, अप्रैल 11, 2010

खूब की कमाई, पर सुविधा कहा है भाई?

बीते वितिय वर्ष में मध्य रेल को लक्ष्य से 11 प्रतिशत अधिक की आय
नागपुर।
मध्य रेल नागपुर मंडल ने बीते वित्तिय वर्ष 2009-10 के दौरान विभिन्न मदों से अच्छी-खासी कमाई की। मंडल रेल प्रबंधक देवेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि बीते वर्ष में नागपुर मंडल ने 1745.32 करोड रूपये की सकल आय प्राप्त की। यह राशि पिछले वर्ष 2008-09 की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक 1488.35 करोड़ रहा। यह आय निर्धारित लक्ष्य से 11 प्रतिशत ज्यादा है। उन्होंने बताया कि माह मार्च 2010 में मंडल को 173 करोड़ की आय हुई जो पिछले वर्ष की तुलना में 155.69 करोड़ की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है। कमाइ के मामले में भले ही मध्य रेल के नागपुर मंडल ने दूसरे मंडलों से बाजी कर ली हो, पर स्टेशन पर होने वाली यात्रियों की असुविधा पर रेल प्रशासन कुछ भी बोलने से कतराता है। स्टेशन के प्लेटफार्म नंब एक को तो चमका-दमका कर रखा जाता है। पर प्लेटफार्म नंबर चार, पांच छह और सात पर कई जगह बदहाली का आलम दिखता है। कभी यात्रियों के लिए उपलब्ध पेयजल नल में पानी नहीं आता है तो कभी प्लेटफार्म के छत से लटके पंखे नहीं चलते हैं। रेलयात्रियों की असुरक्षा और जहर खुरानी गिरोह पर किसी तरह की नकेल नहीं है। लेकिन रेल प्रशासन मोटी कमाई का आंकड़ा दिखाकर अपनी कमजोरियों को छिपा कर रखना चाहता है।
मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि नागपुर मंडल ने मार्च 2010 में अभी तक की सबसे ज्यादा मालभाडा से आय अर्जित की है। मालभाडा से 145 करोड़ रूपये की कमाई हुई। यह आय पिछले वर्ष के इसी अवधि की तुलना में 9 प्रतिशत अधिक है। इस मद से मध्य रेल को अप्रैल, 2009 से मार्च 2010 तक कुल 1475.30 करोड़ रुपये की आय हुई जो पिछले वर्ष की तुलना में लक्ष्य से 19 प्रतिशत अधिक और निर्धारित लक्ष्य से 6 प्रतिशत अधिक है। माल भाडा में सबसे ज्यादा कमाई कोल से हुई। कोल ढुलाई की हिस्सेदारी 88 प्रतिशत रही, वहीं सिमेंट 5 प्रतिशत तथा अन्य माल ढुलाई की हिस्सेदारी 7 प्रतिशत है। मध्य रेलवे यात्री यातायात से कमाई में भी पीछे नहीं रहा। बीते मार्च माह में अभी तक सबसे अधिक 25.85 करोड़ की कमाई हुई जो लक्ष्य 24.82 की तुलना में 4 प्रतिशत अधिक है। पार्सल से इस बीते वित्तिय वर्ष में 13.02 करोड़ की आय हुई जो पिछले वित्तिय वर्ष की तुलना में 11.35 करोड़ की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है। इसी के साथ ही अन्य कोचिग स्रोत से भी पिछले वर्ष की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक 27.71 करोड़ की कमाई हुई। उन्होंने बताया कि इस वर्ष टिकट चेकिंग से होने वाली कुल आय में 15 प्रतिशत अधिक की कमाई हुई। पार्किंग आय का लक्ष्य हासिल करते हुए मध्य रेल ने इस मद से 1.28 करोड आय के रूप में प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि नागपुर मंडल पर गत 30 मार्च को 36 रेक का लदान किया गया है। यह अभी तक का सबसे ज्यादा रेक लदान का रिकार्ड है।
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