मंगलवार, मई 25, 2010

संघ शिक्षा वर्ग में बढ़ रहे हैं प्रवासी भारतीय


संजय स्वदेश
नागपुर।
संघ शिक्षा वर्ग में प्रवासी भारतीयों की संख्या बढ़ रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग प्रशिक्षण शिविर में इस वर्ष 881 स्वयंसेवक प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें अमेरिका, श्रीलंका एवं नेपाल से आये भारतीय मूल के 6 स्वयंसेवक भी हैं। तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के वर्ग कार्यवाह अशोक सोनी व संघ शिक्षा वर्ग के अखिल भारतीय पालक अधिकारी वी. भैया ने पत्रकारों को बताया कि बेंगलूर में 60 स्थानों पर लगने वाली शाखाओं में बड़ी संख्या में साफ्टवेयर इंजीनियर शामिल हो रहे हैं। नौकरीपेशा स्वंयसेवकों की सुविधा को देखते हुए शाखाओं के समय को भी लचीला बनाया जा रहा है एवं अब रात 8 बजे से भी शाखाएं लगाई जा रही हैं।

वी.भैया ने कहा कि तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग का प्रशिक्षण ले रहे 881 स्वयंसेवकों में से 25 पी.एचडी, 6 डॉक्टर, 6 अभियंता, 23 वकील, 172 शिक्षक, 4 पत्रकार एवं एक सी.ए. एवं 203 स्नातकोत्तर हैं। उन्होंने बताया कि तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग का प्रशिक्षण नागपुर में 9 मई को शुरू हुआ था। इसका समापन 7 जून को होगा । सरसंघचालक डा.मोहन भागवत स्वंयसेवकों की सलामी लेंगे। असम राज्य के पूर्व कैबिनेट सचिव जे.पी.राजखोवा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। उन्होंने बताया कि मंगलौर विमान हादसे की खबर मिलते ही 100 से अधिक स्वंयसेवकों ने घटनास्थल पर तत्काल पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्यों में जिला प्रशासन की मदद की।
विकल्प मिले तो बदल जाएगी स्वयंसेवकों की बेल्ट गो-धन बचाने की राष्ट्रीय मुहिम के अतंर्गत अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 70 साल से स्वयंसेवकों के गणवेश का अहम हिस्सा रही लाल रंग की चमड़े की बेल्ट को बदलने जा रहा है। वर्ग कार्यवाह अशोक सोनी ने बताया कि स्वयंसेवकों के लिए प्रस्तावित नये बेल्ट में चमड़े की जगह अन्य किस चीज का इस्तेमाल किया जाए, इस पर विचार चल रहा है। उन्होंने बताया कि स्वयंसेवकों के गणवेश में इसके अलावा अन्य किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं: