मंगलवार, अगस्त 03, 2010

गुटबाजी का सामना करना पड़ेगा पर्यवेक्षक हुसैन को

बीआरओ की घोषणा नहीं हो पाई, कागजी चुनाव प्रक्रिया होने की संभावना
नगर संवाददाता
नागपुर।
आगामी 4 अगस्त को नागपुर शहर में कांग्रेस पार्टी का संगठन चुनाव होने जा रहा है। चुनाव में जोरदार हंगामा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
यूं तो शहर में कांग्रेस पार्टी का अस्तित्व जड़ से हिल चुका है। कार्यकर्ताओं की संख्या उंगलियों गिनने लायक है. कार्यकर्ताओं ने खुद को गुटों मेंं बांट लिया है। यह भी सत्य है कि इस बंटवारे में कट्टर कांग्रेसी शामिल होने की बजाय घर बैठे चुके हैं।
उक्त वस्तुस्थिति के मध्य कांग्रेस पार्टी ने संगठन चुनाव के लिए जनजागरण अभियान की शुरुआत की। इस अभियान को अब तक कागजों पर सफल दर्शाया जा चुका है। वहीं दूसरी ओर नागपुर शहर के कांग्रेसियों की गुटबाजी व झगड़े दिल्ली वालों को भी सुलझाने के लिए नाको चने चबाने पड़ते हैं। इसके बावजूद आज तक शहर मेें कांग्रेसियों को एक छत के नीचे लाने मेें पार्टी शत-प्रतिशत असफल रही है।
4 अगस्त को संगठन चुनाव करवाने की घोषणा की गई है लेकिन शहर के पर्यवेक्षक मुज्जफर हुसैन शहर के ब्लाक रिटर्निंग ऑफीसरों की घोषणा करने की समाचार लिखे जाने तक हिम्मत नहीं जुटा पाए। जब चुनाव करवाने वाले अधिकारी की घोषणा नहीं है तो मुमकिन नहीं कि चुनाव हो पाएगा। ऐसे में चुनाव की चाहत लिए महीनों से सक्रिय कांग्रेसी कार्यकर्ता व नेताओं द्वारा बनाई गई प्राथमिक सदस्यता सूची व मेहनत की मिट्टीपलीत होना तय है।
सूत्रों की मानें तो पर्यवेक्षक मुज्जफर हुसैन 4 अगस्त को सुबह नागपुर पहुंचेंगे और तय रणनीति के अनुसार संगठन चुनाव के नाम पर खानापूर्ति कर शाम को लौट जाएंगे,ऐसी ही योजना बनाई है।
उल्लेखनीय है कि शहर में कांग्रेसियों के मध्य इतनी शह-मात का खेल जारी है कि 18 ब्लाक अध्यक्ष, शहर प्रतिनिधि, प्रदेश प्रतिनिधि का चयन घमासान ही मचाएगा और यह पूरी प्रक्रिया पर्यवेक्षक मुज्जफर हुसैन को नागपुर के सीमित दौरे में कर पाना मुमकिन नहीं है। संगठन चुनाव के नाम पर खानापूर्ति की कार्रवाई मुंबई में ही पूरी होगी और नागपुर के कांग्रेसियों को सूचित कर नये-नये नेता थोपे जा सकते हैं। पुन: एक बार कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व मेहनत कशों की फजीहत होने वाली है।
००० fraom daini1857

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