मंगलवार, सितंबर 28, 2010

बस एक दशक और उलझा रहे अयोध्या मामला..

अयोध्या प्रकरण पर अगले दो दिन में निणर्य आ जाएगा। पिछली बार तय तिथि को निर्णय आना था, उसको लेकर-तरह मन में तरह-तरह की शंकायें थी। मन बुरी तरह से डरा हुआ था। आखिर निर्णय की तिथि स्थगित हुई। मन को काफी सुकून मिला। काश, यह विवाद ऐसे ही करीब एक दशक और खींच जाये, तो शायद विवाद पर किसी तरह की निर्णय की जरूरत ही नहीं पड़े। क्योंकि एक दशक में नई पीढ़ी की दूसरी खेप तैयार हो जाएगी। 1992 में जो पीढ़ी करीब आह दस दस साल की थी, अब आज 25 पार की है। यह पीढ़ी इस विवाद को सचमुच का एक झमेला माानती है। अगले दस वर्ष में जो पीढ़ी तैयार होगी, उसकी सोच पिछले से काफी आगे होगी। 90 के दशक तक के जवाब पूरी तरह से बूढ़ हो चुके रहेंगे। उनकी नई पीढ़ी पर न चलेगी और न ही यह विवाद होगा।

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