नागपुर। वर्ष 2006 में विदर्भ के भंडारा जिले में चर्चित खैरलांजी दलित हत्याकांड का मुद्दा न्यूयार्क में आयोजित होने वाली ग्लोबल एनजीओ फोरम फॉर वुमेन की अंतरराष्ट्रीय परिषद में उठेगी।

डा. साखरे ने बताया कि 498 अ कानून पुलिस और समाज में लोगों को ठीक तरह से समझ नहीं आने के कारण इसका व्यापक लाभ महिलाओं को नहीं मिल पा रहा है। पुलिस भी महिला अत्याचार की अनदेखी कर रही है। आज भी महिलाओं लैंगिक शोषण, मानसिक सोशन, दहेज, मानसिक, आर्थिक सोशल आदि बदस्तूर जारी है। अंतर राष्ट्रीय स्तर पर वे भारतीय महिला खासकर पिछड़े वर्ग की महिलाओं पर होने वाले अत्याचार न्यूयार्क परिषद में उठाएगी।
डा. साखरे ने बताया कि इस बैठक में वे महिलाओं पर खासकर दलित महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के साथ नागपुर में वर्ष 2006 के चर्चित खैरलांजी प्रकरण में सुरेखा भोतमांगे के परिवार पर हुए क्रूर अत्याचार को उठाएगी।
ज्ञात हो कि खौरलांजी मामले में छह आरोपियों को कोर्ट ने मौत की सजा सुना चुकी है।
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