सोमवार, फ़रवरी 22, 2010
आईसीआईसीआई बैंक पर 1.10 करोड़ का जुर्माना
नागपुर। महानगर पालिका नागपुर ने निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी प्रतिष्ठित बैंक आईसीआईसीआई पर 1.10 करोड़ रूपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना बैंक की ओर से बेचे जाने वाले सोने के सिक्कों के बदले चुंगी नहीं भरने के कारण लगाया गया है। सोने के सिक्के बेचने वाले अन्य बैंक एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ बढ़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, कारपोरेशन बैंक, इंडियन बैंक और कोटक एंड महिन्द्र बैंक को भी शामिल है। चुंगी विभाग के सूत्रों की माने तो इन बैंकों ने भी मनपा को चुंगी कर नहीं चुकाया है। लिहाजा, इन्हें भी नोटिस थमा दिया गया है। नोटिस के खिलाफ कोटक एंड महिंन्द्रा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कॉरपोरेशन बैंक ने मनपा के इस कार्रवाई के खिलाफ अपील की है। चुंगी विभाग के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आईसीआईसीआई बैंक ने वर्ष 2003 से अपनी शाखाओं में सोने के सिक्के बेचने की शुरूआत की थी। बैंक के मुंबई शाखा से नागपुर लाए गए सोने के सिक्के के बदलने नागपुर में चुंगी कर नहीं भरा गया था। इसके लिए मनपा ने बैंक को पहले ही नोटिस दिया था। बैंक को सोने के सिक्के के मूल्य के एक प्रतिशत की दर से चुंगी कर भरना था। समय पर चुंगी कर नहीं भरने के कारण बैंक पर एनएमसी एक्ट के तहत निर्धारित दर से दस गुने दर के हिसाब से चुंगी कर का जुर्माना लगाया गया है। हालांकि मनापा की कार्रवाई के बाद बैंक ने शनिवार को मनपा चुंगी विभाग को जुर्माने की आधी रकम 55 लाख रुपया जमा कर दिया है। बाकी की रकम 15 दिनों के अंदर भरने का वायदा किया है।
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4 टिप्पणियां:
"निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी प्रतिष्ठित बैंक आईसीआईसीआई..." बाकी सब तो ठीक, मुझे बस आपके "प्रतिष्ठित " प्रयोग करने पर आपत्ति भर है :)
काजल कुमार जी से सहमति
आईसीआईसीआई प्रतिष्टित तो नही है
दोनों लोगों से सहमत. लेकिन जुर्माना लगा क्यों? इसका कारण भी खोजा जाना चाहिये ;)
jrmane ka karan likah hian. nagpur me bechne k liye bahar se laye jane wili bastu par chungi kar lagta hin. ya yaha ke munisipal corporation ka niyam hain. dusare rajyo ke city me aisa nahi hain.
sone ke sikke bachne wali bank ne chungi tax nahi bhara.
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