मंगलवार, दिसंबर 15, 2009

विदर्भ राज्य की मांग को राज का ठेंगा


मस्तिष्क में खूनी की आपूर्ति नहीं हो रही है तो सिर को धड़ से अलग नहीं किया जा सकता।
नागपुर। मनसे सुप्रीमों राज ठाकरे ने विदर्भ राज्य की मांग को ठेंगा दिखा दिया है। नागपुर में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में राज ठाकरे पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पृथक विदर्भ की मांग पर उन्होंने साफ कहा, नहीं। पृथक विदर्भ राज्य नहीं। मेरा मत स्पष्ट है। संयुक्त महाराष्ट्र की स्वर्ण जयंती के अवसर पर 'डायवोर्सÓ की बात करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति नहीं हो रही है तो सिर को धड़ से अलग नहीं किया जा सकता। महाराष्ट्र से अलग होकर विदर्भ स्वतंत्र राज्य बन जाए, तब भी विदर्भ की समस्याएं हल नहीं होंगी। विदर्भ के लिए ठोस उपाययोजना (कांक्रीट प्लान) पर अमल किया जाना चाहिए।

राज ने स्पष्ट किया कि वे इन दिनों खामोश हैं। विदर्भ के लिए ठोस उपाय योजना पर कोंकण, मराठवाड़ा, उत्तर महाराष्ट्र को भी शामिल कर लिया। विदर्भ की उपेक्षा पर मस्तिष्क में रक्त पहुंचाने की बजाए सिर काटने की बात कही। विदर्भ की जनता के अन्याय तो हुआ है लेकिन अभी राज इसका अध्ययन कर रहे हैं। राज इस बात का भी अध्ययन कर रहे हैं कि जिस पार्टी ने पृथक विदर्भ की खिलाफत की उसके विधायक कैसे यहां से चुन कर आते हैं। किसानों की आत्महत्या पर भी अध्ययन जारी है। डा. आंबेडकर ने जब तीन मराठीभाषी राज्य की बात की थी उस समय की परिस्थिति और आज की परिस्थिति के बीच अध्ययन जारी है। अधिवेशन के बाद स्थिति स्पष्ट करुंगा। जनमत का मामला है। नाजुक प्रश्न है। विदर्भ पर मतदान कराया जाना चाहिए।
जब राज ठाकरे को यह याद दिलाया गया कि परप्रांतियों के मसले पर जिस पुस्तक के आधार पर वे बाबासाहब की भूमिका स्पष्ट करते हैं, उसमें डा. आंबेडकर ने महाराष्ट्र के त्रिविभाजन की बात कही है, राज ने साफ-साफ कहा कि इस समय उन्हें कुछ नहीं कहना है। उन्होंने इस संबंध में प्रश्न पूछने को भी मना किया। इतना जरूर कहा कि बाबासाहब ने जब यह कहा था कि उस समय की परिस्थिति और आज की परिस्थिति में फर्क है।
सांसद विलास मुत्तेमवार के स्वतंत्र विदर्भ की मांग पर उन्होंने तल्ख टिप्पणी की। राज ने कहा, इस राज्य में गत 50 वर्षों से कांग्रेस का शासन है। विदर्भ को महाराष्ट्र में शामिल कांग्रेस ने किया। अन्याय भी उसी ने किया। मुत्तेमवार भी कांग्रेस के ही सांसद हैं। राज ने कहा, मुत्तेमवार पहले अपनी पार्टी के नेताओं से पूछ लें, फिर पृथक विदर्भ की मांग करें।
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