शनिवार, दिसंबर 26, 2009

सुधांशु महाराज के सहयोगियों की गुंडागर्दी



विश्व जागृति मिशन के खिलाफ थाने में मामला दर्ज
संजय स्वदेश
नागपुर।
आए दिन साधु संतों के कारनामों की खबरें मीडिया की सुर्खियां बनती हैं। पिछले दिनों संत आसाराम बापू पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि नागपुर के रेशिमबाग मैदान में चल रहे विश्व जागृति मिशन के आचार्य सुधांशु महाराज से जुड़ा मामला सुर्खियों में आया है। मिशन के खिलाफ तहसील थाने में मारपीट का मामला दर्ज हुआ है।
संत सुधांशु महाराज के खासमखास साथी रहे एम.पी. मानसिंगका ने उन पर गंभीर आरोपों लगाएं हैं। मानसिंगका ने 26 दिसंबर को 'दैनिक 1857Ó को दिए एक विज्ञापन के माध्यम से सुधांशु महाराज के विश्व जागृति मिशन पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके प्रकाशित होते ही उनके भक्तों में खलबली मच गई। सुधांशु महाराज के साथ कई वर्ष बिताने वाले मानसिंगका ने सुधांशु महाराज से 22 सवाल पूछते हुए दावा किया है कि इनके सही उत्तर वे नहीं दे सकते हैं, क्योंकि सुधांशु महाराज दोषी है।
रेशिमबाग मैदान में चल रहे विराट सत्संग उत्सव में जब 'दैनिक 1857Ó को भक्तों ने पढ़ा तो खलबली बच गई। भक्तों के हाथों में 'दैनिक 1857Ó में प्रकाशित विज्ञापन को देखते ही सुधांशु महाराज के स्वयं सेवक आक्रोशित हो गए। उन्होंने खुलेआम गुंडों जैसा बर्ताव करते हुए अखबार की प्रतियों को जनता से छिनना शुरु किया। रेशिमबाग मैदान के बाहर खड़े अखबार बेचने वाले हॉकर्स धर्मदास केशव रंगारी (35), सचिन ज्ञानेश्वर वांढरे को सरेआम पीटना शुरू कर दिया। उनके मोबाइल फोन छिन लिये। अचानक हुई इस घटना से संत-संग परिसर का महौल गरमा गया। दोनों हॉकरों से मारपीट करते हुए पुलिस स्टेशन कोतवाली लाया गया। अखबार में प्रकाशित विज्ञापन से क्रोधित होकर विश्व जागृति मिशन के स्वयंसेवकों ने अपनी असभ्यता का परिचय देकर उन हॉकर्स को पीटा, जिनका इसमें कोई कुसूर नहीं है। पुलिस स्टेशन में विश्व जागृति मिशन के पदाधिकारियों द्वारा एम.पी. मानसिंगका समेत 'दैनिक 1857Ó बेचनेवाले दोनों हॉकरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। जिसकी जांच की जा रही है। अन्यायग्रस्त दोनों हॉकरों ने भी सुधांशु महाराज के स्वयंसेवकों पर मारपीट, डराने, धमकाने के बारे में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। जिसके तहत पुलिस ने धारा 323, 506 आयपीसी का मामला दर्ज कर लिया है।
एम.पी. मानसिंगका और सुधांशु महाराज की आपसी खटपट पुरानी है। दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ अनेक जगहों पर रिपोर्ट दर्ज करा रखी हैं। कुछ मामले तो कोर्ट में विचाराधीन बताये जा रहे हैं। एम.पी.मानसिंगका ने खुलेआम सुंधाशु महाराज को एक सार्वजनिक मंच पर बहस की चुनौती दी है, ताकि उनके लगाये आरोपों के जवाब जनता जान सके। मानसिंगका का कहना है कि मिशन की ओर से टैक्स बचाने के नाम पर दान के रूप में झूठे और जाली कागजात बनाकर लाखों रूपये की लूट की जा रही है। सरकारी विभाग को झूठी जानकारी देकर करोड़ों, अरबों रुपयों का गबन इस संस्था द्वारा किया जा रहा है। मानसिंगका कहते हैं कि धर्म के नाम पर किया जा रहा अनैतिक व्यापार बंद होना चाहिये।

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