वर्धा रोड अजनी में एमएसएमसी ने खरीदी 17.26 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी
मुख्य संवाददाता
नागपुर। लंबे समय बाद नागपुर की रियलिटी क्षेत्र में फिर से जबरदस्त उछाल के संकेत मिले हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण गत दिनों वर्धा रोड पर हुए एक बड़ी प्रॉपटी की डील से मिला। वर्धा रोड स्थित अजीत बेकरी के पास हुए एक प्रॉपर्टी की 17.26 करोड़ रुपये की डील शहर के प्रतिष्ठित बिल्डर प्रफुल्ल गाडग़े और राज्य सरकार की सार्वजनिक क्षेत्र की उपक्रम महाराष्ट्र राज्य खनन निगम (एमएसएमसी) के बीच हुई।
इस पूरे सौदे में पूरी पारदर्शिता रही। रियलिटी क्षेत्र के लिए यह एक अत्यंत ही शुभ और उत्साहवर्धक संकेत है। कहा जाता रहा है कि इस व्यवसाय में काले धन का लेन-देन होता है। किंतु प्रफुल्ल गाडगे और एमएसएमसी के बीच सौदे ने इस धारणा को गलत साबित कर दिया। एमएसएमसी तो सरकारी संस्थान है, परंतु प्रफुल्ल गाडगे ने रास्ता दिखा दिया कि व्यवसाय भी साफ सुथरे ढंग से किया जा सकता है। जिस भवन को एमएसएमसी ने प्रफुल्ल गाडग़े से खरीदा है, वह पहले संचिता क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी का था, जिसे आर्य इन्वेसमेंट ने गत तीन साल पहले 4.80 करोड़ रुपये में खरीदा था। बाद में इस प्रॉपर्टी का सौदा 6 करोड़ रुपये में हुआ। निश्चय ही इस सौदे ने नागपुर के प्रॉपर्टी बाजार में आई तेजी को साबित किया है। जब गाडगे ने इस खरीदा था, तब मंदी का दौर था। इस भवन में दो मंजिलें हैं। कुल क्षेत्रफल 17,000 वर्ग फीट है। फिलहाल इसमें 2000 वर्ग फीट पर ही निर्माण कार्य हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रॉपर्टी के इस बड़े सौदे से राज्य सरकार को 94.93 लाख रुपये रजिस्ट्री शुल्क के रूप में प्राप्त हुए।
एमएसएमसी के मार्केटिंग निदेशक ने इस डील की पुष्टि करते हुए बताया कि अगले महीने में एमएसएमसी का कार्यालय यहां आ जाएगा। गत तीन वर्ष से निगम खनन क्षेत्र से मुनाफा कमा रही है। इसी अतिरिक्त आय से इस प्रॉपटी को खरीदा गया है। उन्होंने बताया कि कोयला मंत्रालय ने एमएसएमसी को चार नये कोल माइन का आबंटन किया है। वरोरा स्थित कोल माइन के लिए निगम ने गुप्ता कोल फील्ड्स से साथ समझौता किया है। यहां तमिलनाडु की एक कंपनी ऊर्जा उत्पादन का कार्य करेगी, जिसे राज्य सरकार का कोल विभाग भी सहयोग कर रहा है। इसमें जेवीसी और एमएसएमसी के पास 51 प्रतिशत का शेयर है। जबकि कंपनी के पास 49 प्रतिशत शेयर की हिस्सेदारी है। वरोरा कोल ब्लॉक को कोयला, सीमेंट और स्टील यूनिट्स की आपूर्ति के लिए स्वीकृत किया जा चुका है। वहीं अदकोली ब्लॉक को व्यावसायिक उपयोग के लिए स्वीकृति मिली है।
ज्ञात हो कि फिलहाल एमएसएमसी का कार्यालय सिविल लाइन्स स्थित उद्योग भवन में है। यह कार्यालय कुल 3500 वर्ग फीट की जगह में है। हाल ही में विभाग ने अपने 70 प्रतिशत रिक्त पदों को भरा है। इससे यह कार्यालय बहुत छोटा पड़ रहा है। एमएसएमसी के प्रमुख डा. अविनाश वारजुरकर ने बताया कि जेवीसीस-एमएसएमसी वरोरा कोल फिल्ड्स लिमिटेड, एमएसएमसी-कदकोली कोल फिल्ड्स लिमिटेड और महा-तमिल जेवीसी का दफ्तर अजनी के इस नये कार्यालय परिसर में खुलेगा।
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