शिर्डी से एक खबर मिली है। गरीब जनता की सेवा में संपूर्ण जीवन बिता देने वाले शिर्डी के साईंबाबा के दर्शन छुट्टियों के दिन अब गरीब नहीं कर पाएंगे। यदि छुट्टियों के दिन दर्शन करना भी होगा तो उसके लिए जेब ढीली करनी होगी। संस्थान ट्रस्ट मंडल ने शनिवार को बैठक में यह निर्णय लिया कि सप्ताह में 2 दिन शनिवार और रविवार के अलावा दशहरा-दीपावली, गुरुपूर्णिमा, रामनवमी जैसे त्यौहारों की छुट्टïी के दिन भक्तों से 100 रूपया दर्शन शुल्क के रूप में वसूला जाएगा। इसके अलावा काकड़ आरती के लिए 500 रु. तथा दिनभर में होने वाली 3 आरतियों में से प्रत्येक आरती के लिए 300 रु. जमा करने होंगे। इस पेड दर्शन से मंत्री, सांसद, विधायक, संपादक, पत्रकार, सुप्रीम व हाईकोर्ट के न्यायाधीश, वैज्ञानिक आदि को छूट दी जाने वाली थी, लेकिन भीड़ के कारण इन्हें छुट देने पर सहमति नहीं बन सकी।
इस निर्णय को साईं के गरीब भक्तों पर अन्याय के रूप में देखी जा सकती है। इस निर्णय के पीछे मंडल के अध्यक्ष जयंत ससाणे ने तर्क दिया है कि छुट्टïी के दिन शिर्डी में होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए यह जरूरी था। 13 मार्च से इस निर्णय पर अमल भी किया जाएगा।
संभावना है कि इससे होने वाली आय से ट्रस्ट श्रद्धालुओं के हीत में खर्च करेगा।
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